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Bhakti Ras Pravah-भक्ति रस प्रवाह

Bhagwan Ke Sundar Sundar Bhajan Lyrics hindi mein -सब हो गए भव से पार प्रभु का नाम लिया

सब हो गए भव से पार प्रभु का नाम लिया Bhajan

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Bhagwan-Ke-Sundar-Bhajan

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भगवान के सुन्दर सुन्दर भजन सुनिए 

           
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                              भगवान  भजन lyrics  हिंदी में 
ये बहुत ही प्यारा भजन है भगवन का इसमें प्रभु के अलग अलग अवतार का वखान किया गया है , और उस अवतार की महिमा को बताया गया है. भगवन ने इस धरती पर कई अवतार लिया और उस अवतार को लेकर कई लीला की  इसके अलावा उन्होंने कई दुस्टों  को भी मारा और किस तरह भगवन अपने भक्तों की रक्षा करते हैं ये भी बताया गया है इस भजन में 
                                                                  Bhakti Ras Pravah
तो ये बहुत ही आनंद का भजन है आप सब को बहुत अच्छा लगेगा , इसके लिरिक्स भी में इस आर्टिकल में दे रहा हूँ उसके मतलब के साथ जय श्री कृष्णा 

1.सब हो गए भाव से पार , प्रभु का नाम लिया 
Means : जब भगवन ने जन्म लिया तो सभी के दुख दूर होगये
                                                               Bhakti Ras Pravah

2.भक्त हुए ध्रुव बाला पैन में ,करि तपस्या जा मधुवन में
दर्शन दिया कोकिला वन में , होकर गरुण सवार
प्रभु का नाम लिया 
bhakt dhruv
Bhakt-Dhruv
Means : ध्रुव जो की भगवान के भक्त थे उन्होंने भगवन को खुश करने के लिए बचपन में ही घर से चले गए और वन में जाकर बहुत कठिन तपस्या करि , उनकी तपस्या से खुश होकर भगवन ने उनेह वरदान दिया की जीवन में तुम्हरा अलग ही जगह होगी , आज भी हम लोग उसे ध्रुव तारा के नाम से जानते हैं. 
3.राम नाम प्रह्लाद ने गाय, हिरणाकुश ने  बहुत सताया
तब हर नरसिंघ रूप बनाया , भये प्रगट खम्ब को फाड़
प्रभु का नाम लिया 

Narsingh bhagwan
Narsingh-Bhagwan

Means : प्रह्लाद जो हिरणाकुश के बेटे थे वो भगवन श्री राम के बहुत बड़े भक्त थे और हमेशा भगवन राम का ही नाम लेते थे , इस से हिरणाकुश को बहुत बुरा लगता था , इसलिए हिरणाकुश ने कई बार प्रह्लाद को मारने की भी कोसिश  करि पर वो सफल नहीं हो पाया , अपने भक्त प्रह्लाद को बचने के लिए भगवन ने नरसिंघ भगवन का अवतार लिया खम्बे को पहाड़ कर , और हिरणाकुश को मर डाला. 
4. भरी सभा में द्रोपदी टेरी , हे गोविन्द सरन में तेरि
राखि लाज करि नहीं देरी , बढ़ गया चीयर अपार
प्रभु का नाम लिया 
Dropdi vastrharan mahabharat'
Dropdi-vastrharan


Means : महाभारत के टाइम जब युधिस्ठिर सा हार गए तो आखिरी में अपनी पत्नी द्रोपदी को भी दाव पर लगा दिया और वो भी हार गए , उसके बाद दुर्योधन ने द्रोपदी का चीयर हरण करना शुरू कर दिया , तो द्रोपदी ने भगवन कृष्णा का नाम लिया , और भगवन कृष्णा ने द्रोपदी की लाज बचाई. 
5. नल और नील राम के चाकर , राम नाम लिख दिया सिला पर
पत्थर तरे समुन्दर ऊपर , हो गयी सेना पार
प्रभु का नाम लिया 
Means : रामायण के वक़्त राम सेना में नल और नील नाम के दो बानर थे जिन्ह आषीर्वाद था की वो जो भी पत्थर समुन्दर में डालेंगे वोडूबेंगे नहीं ये सब भी भगवन राम का ही आशीर्वाद था , जिसकी वजह से पूरा सेतु का निर्माण  हुआ और पूरी सेना समुन्दर पार कर गयी  

6. तुलसी सूरदास और मीरा , नामदेव रहदास कबीरा
राम कृष्ण नारायण तेरा , खुल गया मुक्ति द्वार
प्रभु  का नाम लिया 
Means: इन सभी संतों ने भी चाहे  तुलसीदास हो , मीरा हो , सूर दास हो इन सभी ने हमेशा भगवन का भजन किया और  उन्ही कीगाथा गायी , जिससे उनेह मुक्ति भी मिली और आज पूरी दुनिया उनेह हमेश याद करती है. 
ITunes: https://apple.co/2Zo8LLJ
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