W3.CSS
Bhakti Ras Pravah-भक्ति रस प्रवाह

अन्तर्ग्रही परिक्रमा के मंदिर श्री कृष्ण बलराम मंदिर- Antargrahi Parikrama Ke Mandir Shri Krishn Balram Mandir

    अन्तर्ग्रही परिक्रमा के मंदिर 

   -श्री कृष्ण बलराम मंदिर, विश्राम घाट-  

Religious Places,yamunaji ke darshan vishram ghat,mathura vrindavan mein ghumne ke jagah,mathura or vrindavan mein d,mathura vrindavan tour,vishram ghat, antargrahi parikrama kya hai , antargrahi parikrama kese or kahan se shuru ki jaati hai , antargrahi parikrama mein kaun kaun se mandir aate hain
अन्तर्ग्रही परिक्रमा के मंदिर श्री कृष्ण बलराम मंदिर

अन्तर्ग्रही परिक्रमा के मंदिर - श्री कृष्ण बलराम मंदिर  

Antargrahi Parikrama Ke Mandir Shri Krishn Balram Mandir
                                                  

⬆ Play Antargrahi Parikrama Ke Mandir Shri Krishn Balram Mandir Video  

अन्तर्ग्रही परिक्रमा क्या है : 

शास्त्रों के अनुसार ठाकुर जी ब्रज के कण कण में वास करते हैं , और ठाकुर जी का जो ह्रदय छेत्र है वह अन्तर्ग्रही छेत्र कहलाता है , उसी छेत्र की परिक्रमा करने पर ही वो  अन्तर्ग्रही परिक्रमा कहलाती है , और यह छेत्र मथुरा के विश्राम घाट से शुरु हो कर विश्राम घाट पर ही ख़त्म होता है। 

अन्तर्ग्रही परिक्रमा में क्या क्या है : 

अन्तर्ग्रही परिक्रमा में बहुत ही  प्राचीन मंदिरों के दर्शन आते हैं जिनमें   हज़ारों साल पुराने भगवान् के विग्रह हैं , जिनको मुग़ल काल के समय आक्रांताओं से बचाने के लिए जमीन में  छुपा दिया था , और फिर से प्रतिष्ठित किया गया। इन मंदिरों की संख्या करीब 55 है 

अन्तर्ग्रही परिक्रमा कहाँ से और कैसे शुरु की जाती है : 

अन्तर्ग्रही परिक्रमा की शुरुआत विश्राम घाट से परिक्रमा का संकल्प ले के की जाती है , और पुनः विश्राम घाटपर ही आके विश्राम लेती है। 

अन्तर्ग्रही परिक्रमा कब की जाती है :

अन्तर्ग्रही परिक्रमा को वैसे तो आप कभी भी कर सकते हैं , ब्रज 84 कोस यात्रा से पहले अन्तर्ग्रही परिक्रमा की जाती है , तभी ब्रज 84 कोस की यात्रा का लाभ मिल पाता है। 

अन्तर्ग्रही परिक्रमा के मंदिर - श्री कृष्ण बलराम मंदिर  

अन्तर्ग्रही परिक्रमा के अंतर्गत सबसे पहले जो मंदिर आता है वो है श्री कृष्ण बलराम जी का मंदिर जो की विश्राम घाट पर ही स्तिथ है , ऐसी मान्यता है की भगवान श्री कृष्ण बलराम जी की एक परिक्रमा करने से पूरी भू मंडल की परिक्रमा का फल मिलता है ,
भगवान श्री कृष्ण जब इस पृथ्वी से गए तो अपनी मुरली और मुकुट ब्रजवासियों के लिए रखकर गए , तो आपने जो दर्शन ऊपर दी हुई वीडियो में किया वो यही दरशन है , बहुत ही सूंदर ठाकुर जी का विग्रह है। 






Post a Comment

0 Comments