W3.CSS
Bhakti Ras Pravah-भक्ति रस प्रवाह

ज्वर शांति स्तोत्र पाठ एवं फायदे -JwarShanti Stotra lyrics & Benifits in hindi

 

ज्वर शांति स्तोत्र पाठ  एवं फायदे 

ज्वर शांति स्तोत्र पाठ  एवं फायदे  ,jwarShanti  Stotra lyrics & Benifits in hindi
JwarShanti  Stotra

 Play JwarShanti  Stotra Paath

 श्री ज्वर शांति  स्तोत्र स्तोत्र का पाठ सुनें 
                                                    

⬆ Play JwarShanti Stotra Mantra ⬆

श्री ज्वर शांति  स्तोत्र  का   पाठ  -

Shri JwarShanti  Stotr lyrics 

ब्राह्मि ब्रह्म-स्वरूपे त्वं, मां प्रसीद सनातनि !

परमात्म-स्वरूपे च, परमानन्द-रूपिणि ।।


ॐ प्रकृत्यै नमो भद्रे, मां प्रसीद भवार्णवे।

सर्व-मंगल-रूपे च, प्रसीद सर्व-मंगले ।।


विजये शिवदे देवि ! मां प्रसीद जय-प्रदे।

वेद-वेदांग-रूपे च, वेद-मातः ! प्रसीद मे।।


शोकघ्ने ज्ञान-रूपे च, प्रसीद भक्त वत्सले।

सर्व-सम्पत्-प्रदे माये, प्रसीद जगदम्बिके।।


लक्ष्मीर्नारायण-क्रोडे, स्त्रष्टुर्वक्षसि भारती। 

मम क्रोडे महा-माया, विष्णु-माये प्रसीद मे।।


काल-रूपे कार्य-रूपे, प्रसीद दीन-वत्सले।

कृष्णस्य राधिके भदे्र, प्रसीद कृष्ण पूजिते।।


समस्त-कामिनीरूपे, कलांशेन प्रसीद मे।

सर्व-सम्पत्-स्वरूपे त्वं, प्रसीद सम्पदां प्रदे।।


यशस्विभिः पूजिते त्वं, प्रसीद यशसां निधेः।

चराचर-स्वरूपे च, प्रसीद मम मा चिरम्।।


मम योग-प्रदे देवि ! प्रसीद सिद्ध-योगिनि।

सर्वसिद्धिस्वरूपे च, प्रसीद सिद्धिदायिनि।।


अधुना रक्ष मामीशे, प्रदग्धं विरहाग्निना।

स्वात्म-दर्शन-पुण्येन, क्रीणीहि परमेश्वरि ।।


एतत् पठेच्छृणुयाच्चन, वियोग-ज्वरो भवेत्

न भवेत् कामिनीभेदस्तस्य जन्मनि जन्मनि।।


ज्वार विनाशक स्तोत्रम् सम्पूर्णम्।।


ये  भी सुनें  :








Post a Comment

0 Comments