🙏 गणपति आवाहन मंत्र – अर्थ, महत्व, लाभ और जाप विधि | Ganpati Aavahan Mantra Benefits & Meaning
![]() |
गणपति आवाहन मंत्र – अर्थ, महत्व, लाभ और जाप विधि |
🔶 परिचय – क्या है गणपति आवाहन मंत्र?
गणपति आवाहन मंत्र एक वैदिक संस्कृत मंत्र है जिसे किसी भी पूजा, यज्ञ, या शुभ कार्य की शुरुआत में बोला जाता है।
इस मंत्र के माध्यम से हम भगवान श्री गणेश को आमंत्रित करते हैं कि वे हमारे पूजन में पधारें और उसे सफल बनाएं।
भगवान गणेश को विघ्नहर्ता (विघ्नों को दूर करने वाले) और शुभारंभ के देवता कहा जाता है। इसलिए, कोई भी पूजा उनके बिना आरंभ नहीं की जाती।
🔷 गणपति आवाहन मंत्र (5 बार जप के लिए उपयुक्त)
ॐ गणानां त्वा गणपतिं हवामहे
कविं कवीनामुपमश्रवस्तमम् ।
ज्येष्ठराजं ब्रह्मणां ब्रह्मणस्पत
आ नः शृण्वन्नूतिभिःसीदसादनम् ॥
ॐ महागणाधिपतये नमः॥
🔁 इसे 5 बार जपने से पूजा में विशेष प्रभाव होता है।
🟠 आवाहन मंत्र का अर्थ (Meaning of Aavahan Mantra)
-
गणानां त्वा गणपतिं हवामहे
हम गणों के स्वामी गणपति का आवाहन करते हैं। -
कविं कवीनामुपमश्रवस्तमम्
जो सभी कवियों में श्रेष्ठ और सर्वज्ञ हैं। -
ज्येष्ठराजं ब्रह्मणां ब्रह्मणस्पत
जो वेदों और ज्ञान के प्रधान हैं। -
आ नः शृण्वन्नूतिभिः सीद सादनम्
वे हमारे कार्यों को सफलता दें और हमें अपनी कृपा से पूर्ण करें। 🟡 गणपति आवाहन मंत्र के लाभ (Benefits of Ganpati Aavahan Mantra)
✅ किसी भी पूजा या शुभ कार्य को सही प्रकार से शुरू करने के लिए
✅ मानसिक एकाग्रता और शांति प्राप्त करने के लिए
✅ जीवन में आने वाले विघ्नों को दूर करने हेतु
✅ घर, कार्यालय या नए व्यवसाय की शुरुआत में
✅ गणेश चतुर्थी, विवाह, गृह प्रवेश, व्रत, यज्ञ आदि से पहले🟢 इस मंत्र का जाप कब और कैसे करें?
🕉️ उत्तम समय:
-
सुबह ब्रह्म मुहूर्त या सूर्योदय के बाद
-
पूजा की शुरुआत में
-
नए कार्य की शुरुआत से पहले
🪔 कैसे करें:
-
भगवान गणेश की प्रतिमा या चित्र के सामने दीपक जलाएं
-
शुद्ध मन और स्थान पर बैठें
-
यह मंत्र 5 बार उच्चारण करें
-
फिर विनम्रता से प्रार्थना करें कि वे पधारें और पूजन स्वीकार करें
🔴 अन्य पूरक मंत्र (Avahan ke baad bolne वाले):
-
- विनायक नमस्तेस्तु उमासमुद्भव।ईमाम् माया कृतं पूजां ग्रहण सुरसत्तम॥ॐ भूर्भुवः स्वः सिद्धिबुद्धिसहितायश्रीमन्महागणाधिपतये नमः।गणपतिमावाहयामि स्थापयामि पूजयामि॥
🔵 निष्कर्ष (Conclusion):
गणपति आवाहन मंत्र एक आध्यात्मिक शक्ति से भरपूर वैदिक मंत्र है।
यदि आप किसी भी कार्य को शुभता और सफलता के साथ शुरू करना चाहते हैं, तो इस मंत्र का उच्चारण अत्यंत आवश्यक और कल्याणकारी है।
इसे अपने दैनिक जीवन, पूजा, और हर नये आरंभ में शामिल करें।
0 Comments