जगन्नाथ पुरी के रहस्य और अद्भुत विशेषताएं
भारत के चार धामों में शामिल श्री जगन्नाथ पुरी मंदिर (Odisha) सिर्फ धार्मिक दृष्टि से ही नहीं बल्कि अपनी अद्भुत और रहस्यमयी विशेषताओं के लिए भी प्रसिद्ध है। आइए जानते हैं उन रहस्यों को जो हर यात्री को चकित कर देते हैं।
मंदिर का झंडा हवा के विपरीत लहराना
यहां का झंडा हमेशा हवा की दिशा के उलट लहराता है। विज्ञान भी इस रहस्य को आज तक पूरी तरह नहीं समझ पाया
सागर की लहरों की अनोखी ध्वनि
मंदिर की ओर आते समय समुद्र की आवाज़ सुनाई देती है, लेकिन जैसे ही मंदिर परिसर में प्रवेश करते हैं, यह ध्वनि अचानक गायब हो जाती है।
मंदिर की छाया का न दिखना
दोपहर के समय भी मंदिर की मुख्य गुम्बद की छाया नहीं पड़ती, जो इसे और भी रहस्यमयी बनाती है।
प्रसाद का चमत्कार
मंदिर का महाप्रसाद चाहे कितने भी श्रद्धालु हों, कभी कम नहीं पड़ता और न ही बचता है।
लकड़ी की मूर्तियों का नाश और पुनः स्थापना
हर 12 से 19 साल में नवकलेवर उत्सव होता है जिसमें भगवान की पुरानी काष्ठ मूर्तियों को बदला जाता है, परंतु इस प्रक्रिया का रहस्य आम भक्तों से छिपा रहता है।
इतिहास और निर्माण कला
इस मंदिर का निर्माण 12वीं सदी में राजा अनंतवर्मन चोडगंग देव ने कराया था।
मंदिर की ऊंचाई लगभग 65 मीटर है और यह कलिंग शैली की उत्कृष्ट मिसाल है।
विशाल सिंहद्वार और चार मुख्य प्रवेश द्वार मंदिर को और भव्य बनाते हैं।
रथयात्रा का दिव्य महोत्सव
यात्रा गाइड और अनुभव
सबसे अच्छा समय: अक्टूबर से मार्च
नियम: मंदिर में केवल हिंदू धर्मावलंबियों को प्रवेश की अनुमति है।
यात्रा के फायदे और आध्यात्मिक महत्व
जगन्नाथ पुरी की यात्रा को मोक्षदायक माना गया है। यहाँ दर्शन मात्र से मन की शांति और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।



0 Comments