ईशान कोण का वास्तु में महत्व – घर में सुख, शांति और समृद्धि का द्वार
वास्तु शास्त्र में ईशान कोण (उत्तर-पूर्व दिशा) को घर का सबसे महत्वपूर्ण और ऊर्जावान स्थान माना गया है। यह वह दिशा है जहाँ भगवान शिव और भगवान विष्णु का निवास माना जाता है। इसलिए यह दिशा पवित्रता, आध्यात्मिकता, बुद्धि, शांति और ज्ञान का प्रतीक मानी जाती है।
जिस घर का ईशान कोण साफ-सुथरा, हल्का और वास्तु-अनुकूल होता है, वहाँ
धन, स्वास्थ्य, सौभाग्य, शांति और सकारात्मक ऊर्जा निरंतर बनी रहती है।
ईशान कोण क्या होता है?
घर के नक्शे में उत्तर दिशा और पूर्व दिशा के मिलन बिंदु को ही ईशान कोण कहा जाता है।
यह दिशा प्राकृतिक ऊर्जाओं का पहला प्रवेशद्वार मानी जाती है, क्योंकि:
यहां सूर्य की पहली किरण पड़ती है
ब्रह्मांडीय और आध्यात्मिक ऊर्जा इसी दिशा से प्रवेश करती है
यह दिशा जल तत्त्व का प्रतिनिधित्व करती है
इसीलिए वास्तु में इसे घर का हृदय कहा गया है।
ईशान कोण के लाभ (Benefits of Ishan Kon)
1. धन की वृद्धि और आर्थिक स्थिरता
ईशान कोण सही होने पर घर में धन का प्रवाह बढ़ता है तथा आर्थिक संकट कम होते हैं।
2. सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह
यह दिशा घर को पवित्र और शांत बनाए रखती है, जिससे तनाव, विवाद और नकारात्मकता दूर रहती है।
3. स्वास्थ्य और मानसिक शांति
ईशान कोण में संतुलन होने से मानसिक शांति, ध्यान की क्षमता और स्वास्थ्य में सुधार होता है।
4. शिक्षा में सफलता
विद्यार्थियों के लिए यह दिशा ज्ञान और बुद्धि का स्रोत है।
यदि अध्ययन से संबंधित सामग्री यहां रखी जाए तो एकाग्रता और परिणाम बेहतर होते हैं।
5. आध्यात्मिक शक्ति का विकास
इस दिशा में पूजा, ध्यान या योग करने से मन निर्मल होता है और भक्ति-भाव बढ़ता है।
ईशान कोण में क्या रखें (Best Uses)
पूजा कक्ष (Mandir)
जल तत्व (कुंड, फव्वारा, पानी की टंकी)
ध्यान कक्ष
अध्ययन सामग्री
सफेद या हल्के रंग की सजावट
आध्यात्मिक चित्र या प्रतीक
ईशान कोण में क्या बिल्कुल न रखें
भारी सामान, आलमारी, लोहे का स्टोरेज
टॉयलेट/बाथरूम
सीढ़ियाँ
किचन
काला या बहुत गहरा रंग
कचरा या गंदगी
जूते-चप्पल का रैक
ये वास्तु दोष माने जाते हैं और घर में नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।
ईशान कोण दोष के प्रभाव
यदि ईशान कोण अवरुद्ध या दोषपूर्ण हो जाए तो ये समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं—
आर्थिक हानि
मानसिक तनाव
स्वास्थ्य समस्याएँ
परिवार में कलह
बच्चों की पढ़ाई में बाधा
निर्णय क्षमता कमजोर होना
🌟 ईशान कोण सही करने के सरल उपाय (Upay)
1. सफाई और खुलापन रखें
यह कोना हमेशा साफ और हल्का होना चाहिए।
2. जल तत्व स्थापित करें
छोटा फव्वारा, पानी से भरा कांच का बर्तन, या जल का प्रतीक ऊर्जाओं को बढ़ाता है।
3. ईशान दिशा में दीपक या प्रकाश
हल्की पीली या सफेद रोशनी सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है।
4. पूजा स्थान यहीं रखें
यदि संभव हो तो घर का मंदिर इसी दिशा में बनाएं।
5. वास्तु पिरामिड या क्रिस्टल रखें
ये ऊर्जा संतुलन बढ़ाते हैं।
6. दीवार पर शिव-विष्णु या ओम् का चिह्न
यह दिशा आध्यात्मिकता का केंद्र है, अतः धार्मिक प्रतीक अत्यंत शुभ माने जाते हैं।
🌟 ईशान कोण के लिए शुभ रंग
सफेद
हल्का पीला
आसमानी नीला
हल्का हरा



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